हमें कल्चरल साइंटिस्ट, कल्चरल लैब्स और कल्चरल सर्विसेस की जरूरत है। यह बात संगीत नाटक अकादमी में ड्रामा विभाग के डिप्टी सेक्रेटरी और कथक केंद्र के डायरेक्टर सुमन कुमार ने कही। वे ऐसा क्यों कहा रहे है, यह जानने के लिए पढ़िये उनसे हाल ही में हुई शकील अख़्तर की यह विशेष बातचीत।
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